मैं हूँ ५ बार बोलो Fundamentals Explained



नया कुछ भी नहीं हमदम, वही आलम पुराना है;

अपनी जिंदगी से बढ़कर प्यार किया है तुमको!

तेरे गम में भी नायाब खजाना ढूँढ लेते हैं,

इसलिए आपको याद करते हैं ज़ीने के बहाने से।

अब न पाने की तमन्ना है न है खोने का डर​;​

ग़म से पत्थर हो गया check here लेकिन कभी रोया नहीं।

जिंदा हैं या मर गए इतना तो पूछ लिया करो।

जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है!

ज़िंदगी get more info अक्सर कुछ पाने के लिए नहीं होती;

महकती फ़िज़ा की खुशबू में जो देखा प्यार को;

तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं;

तुम्हीं को भुलाने की कोशिशें, तुम्हीं को याद आना है।

तुमको बोलना check here पसंद है… मुझे बोलते हुए तुम,

धीरे से तुम्हारे कानों में एक बात पुरानी कह देंगे।

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